कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने 4 लाख से ज्यादा पीपीई किट्स और 4.29 करोड़ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट्स राज्यो को दिये
कोरोना से निपटने के लिए केंद्र सरकार ने 4 लाख से ज्यादा पीपीई किट्स और 4.29 करोड़ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट्स राज्यो को दिये
नई दिल्ली । देश और दुनिया में कोरोना वायरस के संक्रमण का प्रसार काफी तेजी से हो रहा है। इससे निजात पाने के लिए स्वास्थ्यकर्मियों के बीच पीपीई किट्स (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण) और हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट्स की मांग बढ़ गई है। इस बीच केंद्र सरकार ने अलग-अलग राज्यों को 4 लाख से ज्यादा पीपीई किट्स और 4.29 करोड़ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट्स की आपूर्ति की है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है।
4 लाख से ज्यादा पीपीई किट्स और 25 लाख से ज्यादा एन-95 मास्क की आपूर्ति
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक अबतक विभिन्न राज्यों को उनकी मांग के आधार पर 4 लाख 12 हजार 400 पीपीई किट्स (व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण) की आपूर्ति की गई है। इसके इन राज्यों को अलावा 25 लाख 82 हजार 178 एन-95 मास्क की भी आपूर्ति की गई है। इनमें डोमेस्टिक और इंटरनैशनल प्रोडक्शन दोनों शामिल हैं।
राज्यों को 4.29 करोड़ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट्स भेजे गए
स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, अलग-अलग राज्य सरकारों को उनकी मांग के आधार पर अबतक 4.29 करोड़ हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन टैबलेट्स की आपूर्ति की गई है। आपको बता दें कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन कोरोना के इलाज में गेमचेंजर दवा बनकर उभरा है, जिसकी वजह से पूरी दुनिया में इसकी मांग बढ़ी है। इसके अलावा सिंगापुर से 2 लाख पीपीई किट्स के जल्द ही भारत पहुंचने की उम्मीद जताई गई है।
कोरोना के इलाज में गेमचेंजर साबित हो रहा है हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन
कोरोना वायरस का फिलहाल कोई सटीक इलाज नहीं है। कई तरह की दवाओं से इसका इलाज किया जा रहा है। एचआईवी के दो ड्रग्स कॉम्बिनेशन से भी इसके इलाज में मदद मिल रही है। लेकिन, इन सबसे इतर हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन इस बीमारी के इलाज में गेमचेंजर दवा बनकर उभरा है, जिसकी वजह से पूरी दुनिया में इसकी मांग बढ़ गई है। गौरतलब है कि हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन का इस्तेमाल मलेरिया के इलाज में किया जाता है।