चीन से तनाव के बीच US के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ अगले हफ्ते भारत दौरे पर, रक्षा सहयोग पर होगी बातचीत

भारत सदी का महत्वपूर्ण पार्टनर
एस्पर ने अटलांटिक काउंसिल के संबोधन में कहा, “भारत इंडो-पैसिफिक रीजन में हमारे लिये इस सदी का सबसे महत्वपूर्ण पार्टनर होगा.” एस्पर ने कहा कि उनकी यात्रा पुराने एलायंस को मजबूत करने, रूसी और चीनी के ग्लोबल पावर नेटवर्क बनाने के प्रयासों के अगेंस्ट नए डवलपमेंट के अमेरिकी इनोशिएटिव का हिस्सा है. रिपोर्ट्स के अनुसार नई दिल्ली में बातचीत में आपस में इंटेलीजेंस शेयरिंग बढ़ाने पर भी बात की जायेगी.
चीनी आक्रामकता का सामना करते हैं भारतीय
अमेरिकी मंत्रियों का भारत दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब हिमालयन बॉर्डर रीजन में झड़पों के बाद भारतीय और चीनी सेना के बीच तनाव बना हुआ है.एस्पर ने कहा कि “भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. यहां बहुत टेंलेंटेड लोग हैं और वे हर दिन हिमालय पर चीन के आक्रमक रवैये का सामना करते हैं.”
एस्पर ने अगले माह भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया के बीच होने वाले मालाबार नेवल एक्सरसाइज को लेकर भी बात की. पिछले नवबंर को ही अमेरिका और भारत के बीच पहली बार थल सेना, एयरफॉर्स और नेवी के बीच एक्सरसाइज हुई है. दोनों देशों के बीच पिछले माह साइबर डिफेंस को लेकर भी बातचीत हुई है.
एस्पर के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच होने वाली बातचीत में चीनी चुनौती के बीच आपसी सहयोग और मजबूत पर चर्चा की जायेगी.